Mandukasana Benefits: मंडूकासन करने से ठीक हो जाती है किडनी, लिवर और आंतों से जुड़ी बीमारियां, जानिए मंडूकासन के फायदे
जानिए, मंडूकासन क्या है, फायदे और करने की विधि।
मंडूकासन (Mandukasana Or Frog Pose) एक आसान योगासन है। इस आसन को नियमित रूप से करने से लिवर, किडनी और आंत संबंधी परेशानियां दूर होती है। आज हम इस लेख में मंडूकासन या 'फ्रॉग पोज' के बारे में जानेंगे- इसे कैसे किया जा सकता है और इसके क्या-क्या लाभ आपको मिल सकते है
मंडूकासन योगासन को अंग्रेजी में 'फ्रॉग पोज' (Mandukasana Or Frog Pose) भी कहा जाता है। दरअसल, इस आसन को करने पर व्यक्ति का शरीर मेंढक के आकार में बन जाता है। मंडूकासन करने से न सिर्फ पेट की मसल्स मजबूत होती है, बल्कि बेली फैट से भी छुटकारा मिलता है। यह अपच से भी मुक्ति दिलाता है। हालांकि, मंडूकासन के और भी कई फायदे हैं। यह बहुत ही बेसिक आसन होता है जिसे हर कोई कर सकता है। यदि आपने योग करना केवल शुरू ही किया है तो आप इस योग आसन को आसानी से कर सकते हैं।
मंडूकासन करने के फायदे - Mandukasana Or Frog Pose Ke Fayde
मंडूकासन के बहुत से लाभ मिलते हैं जो विज्ञान के द्वारा भी अप्रूव किए जा चुके हैं। इस योग के द्वारा मुख्य रूप से आपके पेट को लाभ मिलता है। आपको सुबह उठकर आधे घंटे तक यह आसन जरूर करना चाहिए।
मंडूकासन से आपके पेट की मसल्स को सही ढंग से काम करने में मदद करता है।
मंडूकासन करने से आपका वजन भी नियंत्रित रहता है।
मंडूकासन पैनक्रियाज को उत्तेजक बनाता है।
मंडूकासन, हमारे शरीर की जो नसें अपनी जगह से हट गई हैं उन्हें अपनी जगह लाने में मदद करता है।
मंडूकासन हृदय के लिए यह एक बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है।
मंडूकासन डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए भी एक बहुत अच्छा योग है।
मंडूकासन किडनी व लीवर के फंक्शन को अच्छे से काम करने में मदद करता है।
मंडूकासन योग पेट व हिप्स से चर्बी कम करने में लाभ देता है।
मंडूकासन योग कमर, हिप्स, घुटनों को मजबूत बनाता है।
इस आसन के द्वारा पाचन शक्ति भी बेहतर बनती है।
मंडूकासन हमें स्ट्रेस व चिंता से राहत दिलाता है।
यदि आप नियमित रूप से मंडूकासन करते हैं तो इससे मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स में भी राहत मिलती है।
मंडूकासन पेट से अनचाही गैस को खत्म करने में सहायता करता है।
यह पेट की मसल्स को आराम पहुंचाता है जिस कारण आपका दिमाग रिलैक्स रहता है।
मंडूकासन योग करने का सही तरीका - How To Do Mandukasana Or Frog Pose
सबसे पहले योगा मैट या आरामदायक चटाई पर आराम से बैठ जाएं।
कुछ गहरी-गहरी सांसे भरें ताकि आपका शरीर रिलैक्स हो जाए।
इसके बाद आप व्रजासन वाले पोश्चर में बैठें।
अब एक मुट्ठी बना लें जिसमें आपके अंगूठे मुठ्ठी के अंदर हों।
अब अपनी मुठ्ठी नाभि के बीच में रखें।
एक लम्बी सांस अंदर की ओर लें।
सांस छोड़ते समय आगे की ओर थोड़ा सा झुक जाएं और नाभि की ओर अधिक प्रेशर लगाएं।
अब यह सुनिश्चित करें कि आपकी छाती आपकी जांघों को छू रही हों।
आपकी आंखों का फोकस सामने होना चाहिए।
इसी अवस्था में 2-3 मिनट रहें।
इस पोज़ को बनाते हुए थोड़ी देर के लिए सांस अंदर व बाहर लें।
जब इस पोज़ को छोड़ दें, तब एक लम्बी सांस छोड़ें।
अब लंबी सांस लें और वज्रासन में आ जाएं।
अब 3-5 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
Summary
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